जरुरत ! Needs! आज आपको आपके आस पास जो भी दिख रहा है. अब तक जितने भी successful लोग रहे है, बड़े से बड़े लोग, बड़े से बड़े वैज्ञानिक उन सब की success के कारण एक ही लाइन में एक्सप्लेन(Explain) करे तो, वो है जरुरत (Needs).
जैसे जैसे इंसान को किसी वस्तु की जरुरत पड़ी तो अविष्कार होते गए.
अगर जरुरत नहीं पड़ती तो आज आपके आस पास जो भी वस्तु दिखती है like: मोबाइल फ़ोन , cars, AC, टीवी, ये कुछ नहीं होता. ये सब एक जरुरत है इंसान की.
मान लो आप कोई startup करना चाहते हो पर आप उस काम को start नहीं कर पा रहे हो. क्योकि आपके पास कोई वजह नहीं है उस काम को स्टार्ट करने के लिए या कहे आप को जरुरत ही नहीं पड़ी उस काम को करके लिए.
अगर आप ने जोश में आ करके वो काम start भी कर दिया तो धीरे धीरे आपका जोश कम होता चला जाता है, क्योकि आपको जरुरत ही नहीं है उस काम की.
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अगर आपको कोई बहुत बड़ा task दिया जाये की आप को एक मछली को मार करके खाना है, वैसे तो आप एक शाकाहारी हो, ऊपर से आपको उसको मार करके खाना है, तो आप ये काम कभी नहीं कर पाओगे. वही दूसरी तरफ अगर आप कही समुन्दर में अकेले पड़ जाओ तो आपको अपनी जान बचाने के लिए वहा जो भी आ जाये उसको मार दोगे क्योकि आपको जरुरत पड़ रही है.
हम आप लोगो से ये ही बताना चाहाते है इस संसार में जो भी काम होता है, जो भी अविष्कार होता है वो बिना जरुरत के संभव नहीं है. आप खुद ही सोच सकते हो आप कोई भी काम start नहीं कर सकते बिना कोई जरुरत के.
आपको अगर कोई पड़ने के लिए भी बोला जाये तो आप को भी नहीं करोगे बिना वजह या जरुरत के.
अगर आपको बोला जाये कि सामने वाले लड़को को मारना है तो आप बिलकुल नहीं मारोगे अगर वो ही लड़के आपके घर वालो को मारने के लिए आये तो आप अपनी जान दाव पर लगा दोगे अपने घर वालो को बचाने के लिए.
Nothing is possible without needs in this world in your life.
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