आम तोर पर जिसे लोग किस्मत कहते है. दरसअल उसको लोग खुद बनाते है, बिना जागरूकता के. आज कल लोगबाग़ कुछ भी करने लग जाते है बिना जागरूकता के जैसे आप अभी यहाँ बैठे है या खड़े है. इस शरीर के अंदर भौतिक गतिविधिया चल रही है. हमारा शरीर उसको गर्हण करता है.
अगर आपसे पूछा जाये सुबह उठने के बाद आपने कितनी गतिविधिया जागरूकता के साथ की है तो आप कह सकते हो 1% से भी कम लेकिन हमारा शरीर ये सब कुछ गर्हण करता रहता है. जिसमे से आप उसके बारे में 1% से भी कम जागरूक है या कहे आप उसके बारे में जानते तक नहीं है जबकि हमारा शरीर उसको जनता और पाचनता है. इस तरह ये सब पुरे दिन और रात होता रहता है. आप भले ही सो रहे हो या जाग रहे हो. हमारा शरीर उसको दर्ज करता रहता है.
जब आप अपनी गतिविधियो के 1% से भी कम जागरूक है तो वो आपको एक accident लगता है या कहे उस काम का होना आपको सयोग की तरह लगेगा.
मान लो आपका कही पर accident हो जाये या आप कही गीर जाये और आपके सर पर चोट लगने के से आपका गणित एक दम से तेज हो जाये ये बस एक accident है आपके लिए, जबकि बहुत से लोगो के सर पर लगने से ठीक नहीं हो पाते है या मर जाते है. तो आप इसको किस्मत मान लेते है.
जब भी आप के साथ कोई अच्छा काम होता है तो आप उसको किस्मत मान लेते है. लेकिन जीवन इस तरह काम नहीं करता है. अगर कोई इंसान अपनी किस्मत बदलने का जिम्मा नहीं लेता या मेहनत नहीं करता सब किस्मत पर सब छोड़ देता है तो वह इंसान जागरूक नहीं है या कहे वह अपने शरीर के बारे में पूर्ण विकसित नहीं है. वह एक पूर्ण ज्ञानी इंसान नहीं है.
क्योकि इंसान होने का मतलब है हम अपना जीवन पूर्ण जागरूकता के साथ चला सके, जैसे चाहे बना सके, मगर ये किस्मत वाली बात वह अपनी असफलता को सँभालने का अच्छा तरीका है. जब भी आप असफल होते है तो बुरी किस्मत या मेरी इस्मत में नहीं है बोल कर के टाल देते है. अगर आप उस काम को मेहनत करके पूरा कर लेते है या आप कही पर सफल हो जाते है तो आप उसको अपनी अच्छी किस्मत मान लेते है.
जब आपका कोई काम हो जाता है बिना जागरकता के साथ तो आप उसको बहुत अच्छी किस्मत मान लेते है.
लेकिन ये हमारी संस्कृती नहीं है. इंसान को शुरुआत से ही सिखाया है कर्म ही अपना जीवन है. आपका जीवन ही आपका कर्म है. आपका जीवन आपको खुद बनाना है. किस्मत एक मन का बहम है और जो लोग हारने से डरते है उसने इस किस्मत को जन्म दिया है.
हमे नहीं पता हमारे हाथ में क्या है. हमे नहीं पता हमारे रास्ते में क्या है पर जीवन हम खुद बनाते है मेहनत करके . आपकी ओर क्या आता है आप ये तय नहीं कर सकते पर आप उससे क्या बनते है ये आप पर निर्भर करता है.